देहरादून। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष संगठन मथुरा दत्त जोशी ने कहा कि विधानसभा में नियम विरुद्ध भर्ती और पदोन्नति की जांच के लिए गठित रिटायर्ड अफसरों की कमेटी सिर्फ लीपापोती के इरादे से बनाई गई है।
उन्होंने कहा कि गलत तरीके से प्रमोट किए गए मुकेश सिंघल को सिर्फ अवकाश पर भेजना काफ़ी नहीं है। इसमें भी मंशा साफ नहीं है। जोशी ने आरोप लगाया कि सिंघल के खिलाफ विपक्ष जांच की मांग कर रहा था और सिंघल विधानसभा अध्यक्ष के साथ विदेश दौरे कर रहा था, जबकि विदेश यात्रा पर जाने से पहले विवाद शुरू हो गया था और सिंघल के खिलाफ जांच की मांग की जा रही थी। ऐसे में क्या भरोसा है कि सिंघल के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का जांच के लिए विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखने के बाद विधानसभा अध्यक्ष कुछ हरकत में आई, किंतु लीपापोती की गई। कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि 22 साल में विधानसभा में हुई भर्तियों की अलग अलग चरणों में जांच क्यों की जा रही है। इन सालों में 1200 लोगों की भर्ती हुईं है। तीन अफसरों की कमेटी एक महीने में जांच कैसे करेगी। उन्होंने कहा कि सरकारी अफसरों की कमेटी सरकार को बचाने का काम करेगी।
जोशी ने सवाल किया कि इस वर्ष विधानसभा में भर्ती और नियमों को ताक पर रखकर किए गए प्रमोशन का गम्भीर आरोप तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष पर है, ऐसे में अधिकारी पूर्व स्पीकर की जांच कैसे कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस विधानसभा की जांच कमेटी का विरोध करती है और सीबीआई जांच की मांग दोहराती है।