देहरादून। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि सिलक्यारा की सुरंग से 41 मजदूरों को सुरक्षित निकालना देश के श्रमिकों की कार्यकुशलता और देशवासियों की जान को बचाने के लिए अपनी जान को जोखिम में डालने के जज्बे से संभव हुआ है। उन्होंने कहा कि रैट होल माइनर्स सहित बचाव में लगे सभी महत्वपूर्ण तकनीकी कार्मिकों को उत्तराखंड कांग्रेस के सभी विधायक एक महीने का बेतन पारितोषिक के रूप में देते हुए सम्मानित करेंगे।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि इन 16 रातों और 17 दिनों में देश और प्रदेश की आपदा प्रबंधन की परीक्षा हो रही थी। उन्होंने कहा कि हर देशवासी प्रार्थना कर रहा था कि किसी तरह सुरंग में फंसे कार्मिक सुरक्षित बाहर आ जाएं। उन्होंने कहा कि सिलक्यारा दुर्घटना से यह भी पता चल गया है कि सरकार और आपदा प्रबंधन कर रहे प्रतिष्ठित संगठनों के 5 प्लानों भारी मशीनरी और करोड़ों रुपयों से जो काम नहीं हो पाया उस मिशन में अंतिम सफलता रैट होल माइनर्स अन्य अनाम श्रमि और साधारण तकनीकी कार्मिकों के कारण मिली है। इन सभी ने अपनी जान को जोखिम में डालकर अपने साथी मजदूरों की जान बचाई है। यशपाल आर्य ने कहा कि, सरकार द्वारा रैट होल माइनर्स को दिया गया 1 लाख का पारितोषिक बहुत कम है सरकार को इसे बड़ाने के साथ इन कर्मवीर रैट होल माइनर्स के लिए अन्य सुविधाओं की घोषणाएं भी करनी चाहिए।