* आपातकालीन एम्बुलेंस सेवाओं को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश
देहरादून। उत्तरकाशी के घराली क्षेत्र में हुई भीषण अतिवृष्टि और बादल फटने की घटना को गंभीरता से लेते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने राज्य के सभी स्वास्थ्य अधिकारियों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं। साथ ही मानसून के दौरान संभावित प्राकृतिक आपदाओं को ध्यान में रखते हुए पीड़ितों को समय पर और समुचित चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध कराने के लिए व्यापक तैयारियां सुनिश्चित करने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गों और गंभीर रूप से घायलों के उपचार में कोई कमी नहीं आनी चाहिए।
स्वास्थ्य मंत्री डाॅ. धन सिंह रावत के निर्देशों के क्रम में महानिदेशक डॉ. सुनीता टम्टा ने सभी जनपदों के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों और स्वास्थ्य संस्थानों को आवश्यक सतर्कता बरतने और पूर्ण तैयारी बनाए रखने के निर्देश जारी किए हैं। उत्तरकाशी की घटना के दृष्टिगत सीमावर्ती जनपदों, रुद्रप्रयाग, चमोली, टिहरी, हरिद्वार और देहरादून को उत्तरकाशी से समन्वय स्थापित कर शव वाहनों की तत्काल उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा गया है।
उन्होंने सभी जनपदों की एम्बुलेंस सेवाएं जिसमें 108 एम्बुलेंस व खुशियों की सवारी शामिल हैं को पूर्ण रूप से क्रियाशील रखते हुए अलर्ट मोड में तैयार रखने का निर्देश दिया गया है।
वहीं सभी चिकित्सालयों में जीवन रक्षक दवाओं और आवश्यक उपकरणों की पर्याप्त उपलब्धता भी सुनिश्चित की जा रही है जिससे किसी भी आपात स्थिति में उपचार में कोई बाधा न आए।
यदि किसी क्षेत्र में मार्ग अवरुद्ध होते हैं या सड़क संपर्क टूटता है तो ऐसे में घायल व्यक्तियों को डंडी-कंडी के माध्यम से सुरक्षित स्थान तक लाने की व्यवस्था की जाएगी, जिसके लिए जिला प्रशासन के साथ समन्वय बनाया जाएगा। साथ ही सभी जनपदों और विकासखंडों में विशेष चिकित्सा दलों का गठन किया जा रहा है, जो आपदा की स्थिति में तत्काल मौके पर पहुंचकर प्राथमिक उपचार प्रदान कर सकें। प्रत्येक स्तर पर नोडल अधिकारियों की भी नियुक्ति की जा रही है, ताकि राहत कार्यों का संचालन सुचारु रूप से हो सके।
जनसामान्य को आपातकालीन चिकित्सा सहायता हेतु क्रियाशील दूरभाष नंबरों की जानकारी दी जा रही है, ताकि वे किसी भी आपात स्थिति में तुरंत सहायता प्राप्त कर सकें। इसके अतिरिक्त मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित परामर्श व सहयोग हेतु टोल फ्री नंबर 14416 का भी प्रचार-प्रसार किया जा रहा है साथ ही 104 टोल-फ्री नम्बर से भी जानकारी ले सकते है।
वर्तमान में 28 एम्बुलेन्स जिसमें 19 एम्बुलेन्स 108 की वं 09 विभागीय एम्बुलेन्स को आपदा स्थल के समीप तैनात की गयी है तथा 10 अतिरिक्त एम्बुलेन्स को STAND BY मे रखा गया है।
11 चिकित्सक मेडिकल कालेज एवं 06 चिकित्सक स्वास्थ्य विभाग से आपदा प्रभावित क्षेत्र मे भेज दिये गये है एवं 06 चिकित्सको की टीम रेडी है साथ ही 05 स्टाफ नर्स एवं 05 फार्मासिस्ट को भी भेज दिया गया है।
राज्य सरकार और स्वास्थ्य विभाग की यह सक्रियता आपदा की घड़ी में न केवल राहत कार्यों को गति देगी बल्कि आम जनमानस को आवश्यक सुरक्षा और चिकित्सकीय सुविधा भी सुनिश्चित करेगी।