देहरादून। कांग्रेस में टिकट की मांग कर रहीं पूर्व विधायक सरिता आर्य भाजपा हाईकमान के टिकट के पक्के वादे के साथ ही पार्टी को अलविदा कहेंगी। उन्होंने साफ कर दिया है कि कांग्रेस को टिकट देना ही होगा।
कांग्रेसी नेता हेम आर्य की भाजपा में घर वापसी के बाद कांग्रेस नैनीताल सीट को लेकर अलर्ट हो गई है। भाजपा में घर वापसी कर चुके हेम आर्य के बाद अब कांग्रेस की पूर्व विधायक व महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष सरिता आर्य को लेकर सियासी हलकों में अटकलों का बाजार गरम है। सूत्रों के अनुसार भाजपा के तमाम नेताओं ने सरिता से सम्पर्क साधा है। भाजपा की रणनीति है कि नैनीताल सीट पर कांग्रेस में असंतोष को इस हद तक ले जाया जाए कि संभावित प्रत्याशी संजीव आर्य की डगर मुश्किल हो जाय।
फिलहाल मुख्यमंत्री के जनसंपर्क अधिकारी दिनेश आर्य, अनुसूचित मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष अम्बा दत्त आर्य, समीर आर्य की दावेदारी है। भीमताल से बसपा के टिकट पर लड़ चुके मोहन पाल भी टिकट का दावा कर रहे हैं। मगर हाईकमान की चौसर में अभी तक कोई प्रत्याशी जीत की गांरटी के मानकों में फिट नहीं बैठ रहा है। संजीव के कांग्रेस में वापसी के बाद भाजपा के अधिकांश कार्यकर्ता कैडर वाले नेता को टिकट की पैरवी कर रहे हैं। पार्टी की ओर से पर्यवेक्षक की नियुक्ति भी कर दी है। इससे पहले ही पूर्व विधायक सरिता आर्य के भी भाजपा में शामिल होने की अटकलों को पंख लग गए हैं। सरिता ने जागरण से बातचीत में साफ किया कि बिना टिकट की गारंटी के वह कांग्रेस नहीं छोड़ेंगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में भी उनको टिकट की संभावना बरकरार है। बहरहाल नैनीताल सीट पर सियासी समीकरण लगातार दिलचस्प हो रहा है।