देहरादून/दिल्ली। भारत के अग्रणी बी2बी प्रदर्शनी साउथ एशिया टूर एंड ट्रेवल एग्जीबिशन (एसएटीटीई) 2022 का बुधवार को शुभारंभ हो गया। इस मौके पर पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि न केवल आज बल्कि पूर्व से ही फिल्मों की शूटिंग के लिए उत्तराखण्ड सबसे पसंदीदा राज्य रहा है। बीते कुछ सालों में हुई सैकड़ों फिल्मों की शूटिंग से और फिल्म निर्माता निर्देशकों की बनी पसंद से उत्तराखण्ड फिल्म शूटिंग का हब बन गया है। उन्होंने उत्तराखंड पवेलियन का शुभारंभ भी किया। 18 से 20 मई तक इंडिया एक्सपो मार्ट, ग्रेटर नोएडा, दिल्ली-एनसीआर में एसएटीटीई के 29वें संस्करण का आयोजन किया जा रहा है। इसका उद्देश्य टूर एंड ट्रेवल उद्योग के योग्य हितधारकों, खरीदारों और व्यापार के लिए यात्रा करने वालों, विवाह आयोजकों, कॉर्पोरेट यात्रा, हाॅस्पिटैलिटी इंडस्ट्रीज के साथ-साथ प्रमुख टेलीविजन और फिल्म निर्माता संस्थाओं के लिए एक उपयुक्त व्यावसायिक अवसर प्रदान करना है। महाराज के सम्बोधन के पश्चात अनेक फिल्म निर्माता-निर्देशकों ने उत्तराखंड में निवेश की भी बात कही।
पर्यटन मंत्री महाराज ने कहा कि एशिया टूर एंड ट्रेवल एग्जीबिशन (एसएटीटीई) पर्यटन उद्योग के विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े लोगों के लिए वन-स्टॉप प्लेटफॉर्म के रूप में कार्य करता है। उन्होंने कहा कि देवभूमि उत्तराखण्ड विभिन्न पर्वत श्रृंखलाओं और कई पौराणिक कथाओं की भूमि है जो साहसिक गतिविधियों, योग और अलौकिक सुंदरता के असंख्य विकल्प प्रदान करता है। विश्व प्रसिद्ध चारधाम धाम व हेमकुंड साहिब के अलावा नैसर्गिक सौंदर्य से परिपूर्ण उत्तराखण्ड अपनी समृद्ध जैवविविधता के लिए भी प्रसिद्ध है। यही कारण है कि फिल्म निर्माता व निर्देशकों के लिए उत्तराखण्ड पहली पसंद बन गया है।
पर्यटन मंत्री ने कहा कि सिनेमा एक शक्तिशाली माध्यम है और असंख्य लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा करने के अलावा संस्कृति, सामाजिक-राजनीतिक स्थिति और पर्यटन को बढ़ावा देने में एक अभिन्न भूमिका निभाता है। सिनेमा के व्यापक प्रभाव को समझते हुए उत्तराखंड ने फिल्म निर्माताओं के लिए एक औपचारिक नीति और दिशानिर्देश तैयार करने पर काम किया है। साल 2018 में 66वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में उत्तराखंड को मोस्ट फिल्म फ्रेंडली स्टेट के अवॉर्ड से नवाजा गया और इसी साल नेशनल टूरिज्म अवार्ड समारोह में बेस्ट फिल्म प्रमोशन फ्रेंडली अवार्ड से सम्मानित भी किया गया। जबकि वर्ष 2019 में 67वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में मोस्ट फिल्म फ्रेंडली स्टेट का प्रथम पुरस्कार दिया गया।
मंत्री महाराज ने कहा कि फिल्म निर्माता व निर्देशकों को सभी सुविधाएं आसानी से उपलब्ध कराने के लिए सिंगल विंडो सिस्टम लागू किया गया है। जिसके परिणामस्वरूप कई लोग फिल्म और कला संस्कृति से जुड़ रहे हैं। उत्तराखंड में फिल्मों की शूटिंग के लिए अनुकूल माहौल बनाया गया है, जहां एक तरफ कई नए रोजगार सृजित हुए हैं तो दूसरी तरफ देश-विदेश में उत्तराखंड की पहचान फिल्मों के जरिए हुई है। उत्तराखण्ड फिल्म नीति बनने के बाद 2013 से अब तक करीब 600 फिल्में और धारावाहिकों को फिल्माया गया है। बॉलीवुड फिल्म पान सिंह तोमर, स्टूडेंट ऑफ द इयर, अरमान, लक्ष्य, बंटी बबली, बत्ती गुल मीटर चालू, केदारनाथ समेत हाल ही में रिलीज हुई लोकप्रिय फिल्म कश्मीर फाइल्स जैसी कई बड़ी फिल्में उत्तराखण्ड की वादियों में ही फिल्माई गई हैं। इस मौके पर उत्तराखण्ड पर्यटन विकास परिषद के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी कर्नल अश्विनी पुंडीर समेत विभिन्न राज्यों के प्रतिनिधि मौजूद रहे।