देहरादून। उत्तराखंड कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और प्रवक्ता धीरेंद्र प्रताप ने बजट को गांव किसान और नौजवान विरोधी बताया है।उन्होंने कहा है कि जिस तरह से ग्रामीण विकास पर शिक्षा पर और कृषि पर बजट की राशि कम की गई है । उससे जाहिर है कि सरकार की प्राथमिकता में देश की बहुमत जनता जिसमें किसान और नौजवान शामिल है वह नहीं है ्
उन्होंने मध्यम आय वर्ग के लोगों के लिए टैक्स सीमा 12 लाख किए जाने का यद्यपि स्वागत किया परंतु निम्न आय वर्ग के लोगों के लिए बजट के कोई भी नए प्रावधान न किए जाने को दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण बताया ।
उन्होंने बजट में पर्वतीय राज्यों के लिए भी कोई विशेष प्रावधान न किए जाने को निशाना बनाया और कहा कि सरकार को पर्वतीय राज्यों के लिए अलग कृषि नीति के आधार पर बजट की व्यवस्था करनी चाहिए थी। क्योंकि आर्थिक स्तर पर इन राज्यों की निर्भरता निरंतर केंद्र पर बढ़ती जा रही है और केंद्र उस पर ध्यान देने के लिए तैयार नहीं है ।
उन्होंने खासतौर पर शिक्षा के बजट पर सरकार की उदासी को देश के भविष्य के लिए अदूरदर्शीतापूर्ण कदम बताया। जिसका असर निश्चित तौर पर देश की नौजवान पीढ़ी पर पड़ेगा।