उत्तराखंड: मुख्य कोषाधिकारी और सहयोगी रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार

उत्तराखंड: मुख्य कोषाधिकारी और सहयोगी रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार

देहरादून। भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में एक बार फिर सतर्कता अधिष्ठान ने बड़ा दांव चला है। शुक्रवार को नैनीताल जिले के मुख्य कोषाधिकारी दिनेश कुमार राणा और उनके सहयोगी अकाउंटेंट बसंत कुमार जोशी को एक लाख बीस हजार रूपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।

शिकायतकर्ता द्वारा जनपद न्यायाधीश नैनीताल को शिकायती प्रार्थना पत्र इस आशय से दिया कि उनकी स्वयं की एवं अन्य सहकर्मियो जो जनपद नैनीताल में विभिन्न न्यायाधीशों के वैयक्तिक सहायक हैं, उनके द्वारा स्वयं एवं सहकर्मियो के ए०सी०पी० का लाभ दिलाये जाने हेतु जिला जज नैनीताल को प्रार्थना-पत्र दिये गये थे।

जिस पर जिला जज नैनीताल महोदय द्वारा एक कमेटी का गठन किया गया था। इस कमेटी में प्रथम अपर जिला जज हल्द्वानी अध्यक्ष, प्रथम अपर जिला जज नैनीताल एवं मुख्य कोषाधिकारी नैनीताल दिनेश कुमार राणा को सदस्य के तौर पर नामित किया गया था।

समिति की आख्या पर अध्यक्ष कमेटी प्रथम अपर जिला जज हल्द्वानी एवं प्रथम अपर जिला जज नैनीताल के हस्ताक्षर के पश्चात् मुख्य कोषाधिकारी दिनेश कुमार राणा को प्रेषित की गई थी।

मुख्य कोषाधिकारी दिनेश कुमार राणा, द्वारा अपने एकाउन्टेन्ट बसन्त जोशी के माध्यम से उपरोक्त कर्मियो को उक्त ए०सी०पी० की पत्रावली में हस्ताक्षर करने एवं एरियर दिलाने की एवज में प्रत्येक कर्मचारी से 30-30 हजार रू0 की रिश्वत की माँग की जा रही थी।

इस सम्बन्ध में जनपद न्यायाधीश नैनीताल द्वारा वैधानिक कार्यवाही हेतु सतर्कता सैक्टर हल्द्वानी को शिकायती पत्र अग्रसारित किया गया था।

उक्त शिकायत पर सतर्कता अधिष्ठान सैक्टर हल्द्वानी द्वारा गोपनीय जाँच किये जाने पर प्रथम दृष्टया सही पाये जाने पर तत्काल ट्रैप टीम का गठन किया गया।

टीम द्वारा नियमानुसार कार्यवाही करते हुए आज दिनाक 9/05/2025 को मुख्य कोषाधिकारी नैनीताल दिनेश राणा, (वित्त अधिकारी 2010 वैच) एवं एकाउंटेंट थी बसन्त जोशी को शिकायतकर्ता से 1,20,000/- रूपये (एक लाख बीस हजार रूपये) की रिश्वत लेते हुये मुख्य कोषाधिकारी कार्यालय नैनीताल से रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है।

अभियुक्तगणो से पूछताछ जारी है, उक्त प्रकरण में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अन्तर्गत प्रकरण दर्ज कर अग्रिम अनुसंधान किया जायेगा। निदेशक सतर्कता डॉ० बी० मुरूगेसन, महोदय द्वारा ट्रैप टीम को नकद पुरस्कार से पुरस्कृत करने की घोषणा की गयी

यदि कोई राज्य के सरकारी विभागों में नियुक्त अधिकारी/कर्मचारी, अपने पदीय कार्य के सम्पादन में किसी प्रकार का दबाव बनाकर रिश्वत की मांग करता है तथा उसके द्वारा आय से अधिक अवैध सम्पत्ति अर्जित की गयी हो, तो इस सम्बन्ध में सतर्कता अधिष्ठान के टोल फ्री हैल्पलाइन नम्बर-1064 एवं Whatsapp हैल्पलाईन नम्बर 9456592300 पर सम्पर्क कर भ्रष्टाचार के विरूद्ध अभियान में निर्भीक होकर सूचना दें।

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