विकासनगर। जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूरी द्वारा विधानसभा में हुई भर्तियों के मामले में वर्ष 2016 से 2022 तक हुई भर्तियों को निरस्त करने की कार्यवाही की गई, जिसको मा. उच्चतम न्यायालय द्वारा भी सही ठहराया गया, लेकिन अध्यक्ष द्वारा घोटालेबाज अधिकारियों एवं नेताओं के खिलाफ कोई कार्रवाई की सिफारिश नहीं की गई, जिससे उनका इंसाफ अधूरा रह गया।
विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूड़ी द्वारा अधिकारियों एवं नेताओं के खिलाफ कार्रवाई न कर सिर्फ भर्ती निरस्त कर किसी बड़े अंदेशे को जन्म दिया गया है। उक्त भर्तियों /नियुक्तियों में जिस प्रकार होनहार एवं सिफारिश विहीन युवाओं को दरकिनार करके नियमों को तार-तार कर अपने सगे संबंधियों एवं रिश्तेदारों को नौकरियां बांटी एवं भारी भरकम लेन-देन हुआ, बहुत ही गैर जिम्मेदाराना कृत्य है। उक्त कृत्य भ्रष्टाचार की श्रेणी में आता है।
मोर्चा विधानसभा अध्यक्ष से आग्रह करता है कि राज्य गठन से लेकर विधानसभा में वर्ष 2015-16 तक हुई नियुक्तियों/ भर्तियों पर भी कार्रवाई एवं निरस्त हुई भर्तियों के घोटाले बाजों के खिलाफ भी कार्रवाई करें।