देहरादून। उत्तराखंड कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने बुधवार को कांग्रेस मुख्यालय देहरादून में चर्चा के दौरान अंकिता भंडारी की दूसरी पुण्यतिथि पर उसको श्रद्धा सुमन और भावपूर्ण स्मरण करने के साथ ही साथ न्याय न मिल पाने को दुर्भाग्यपूर्ण बताया।
गोदियाल ने कहा कि एक तरफ उत्तराखंड की गूंगी बहरी सरकार है और दूसरी तरफ अंकिता भंडारी के माता-पिता और समूचा उत्तराखंड है जिसे आज 2 साल बाद भी न्याय का इंतजार है। गोदियाल ने कहा की इन 2 सालों में लगातार भाजपा की सरकार द्वारा अंकिता भंडारी हत्याकांड में लीपा पोती का प्रयास किया गया, दो बार रिसोर्ट में आगजनी हो गई, साक्ष्य और सबूत मिटाने के लिए वनंतरा रिजॉर्ट में बुलडोजर चला दिया गया, उत्तराखंड की जनता सीबीआई जांच की मांग करती रही लेकिन मामला आज तक फास्ट्रेक कोर्ट में तक नहीं है।
गोदयाल ने कहा कि शायद यही वजह है कि आज प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ अपराध में बाढ़ सी आ गई है क्योंकि अपराधियों को यह संदेश जा चुका है कि धामी सरकार में अपराधियों पर कठोर कार्रवाई की सिर्फ बात की जाती है पर असल में तो उनको संरक्षण दिया जाता है। गोदियाल ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से उत्तराखंड में अपराधों की बाढ़ सी आ गई है। चोरी डकैती लूटमार इत्यादि तो आम बात थी परंतु अब दिनदहाड़े हत्याएं और महिला अपराधों में बढ़ोतरी हो रही है। महिला अपराध में भी दुखद पहलू यह है की नाबालिगों के साथ दुष्कर्म किया जा रहा है जिसमें सत्ता रूढ़ दल के लोग संलिप्त पाए जा रहे हैं।
रुद्रपुर में एक महिला नर्स के साथ गैंगरेप और हत्या, देहरादून के आईएसबीटी में 16 वर्षीय किशोरी के पांच लोगों के द्वारा बारी-बारी से दुष्कर्म, सल्ट से भाजपा मंडल अध्यक्ष भगत बोरा ,लालकुआं दुग्ध संघ अध्यक्ष भाजपा नेता मुकेश बोरा द्वारा नाबालिगों से दुष्कर्म इसके अलावा हल्द्वानी में सुशीला तिवारी अस्पताल में भर्ती किशोरी के साथ यौन उत्पीड़न की कोशिश, पिथौरागढ़ में एक छात्रा के साथ चौकीदार द्वारा छेड़छाड़ के मामले शर्मसार करने वाले हैं।
गोदियाल ने कहा कि आज 2 वर्ष बीत जाने के बाद भी अंकिता भंडारी को न्याय न मिलना बताता है की हमारे प्रदेश की कानून व्यवस्था बिना रीड के चल रही है।