चमोली। तीन मार्च को जनपद चमोली वन विभाग के सभी कर्मचारी संगठनों के संयुक्त मोर्चा ” संयुक्त मोर्चा संघर्ष समिति” द्वारा दो मार्च की बैठक में एक प्रतिनिधि मंण्डल का गठन कर कर्मचारियों के उत्पीड़न प्रकरण में निदेशक/वन संरक्षक, नन्दादेवी बायोस्फियर रिजर्व, गोपेश्वर से उनके कार्यालय में भेंट वार्ता की गई।
वार्ता में मोर्चा द्वारा निदेशक वन संरक्षक, नन्दादेवी बायोस्फियर रिजर्व, गोपेश्वर के द्वारा विभिन्न संवर्ग के अधिकारियों, कर्मचारियों के उत्पीड़न किये जाने सम्बन्धित प्रकरण को रखा गया। इस क्रम में प्रतिनिधि मण्डल को निदेशक, वन संरक्षक द्वारा कोई भी संतोषजनकय विभागीय न्यायिक प्रक्रिया के तहत वैध उत्तर प्राप्त नहीं हुआ है, जिससे समस्त कर्मचारियों में भारी रोष व्याप्त है एवं इस वार्ता के विफल होने के उपरान्त मोर्चा द्वारा सर्वसहमति से यह निर्णय लिया गया है कि उपरोक्त उत्पीड़क अधिकारी का इस जनपद में इस अधिकारी पद पर बने रहना हम समस्त कर्मचारियों के भविष्य के प्रति उचित नहीं है।
अतः मोर्चा द्वारा निर्णय लिया गया है कि उक्त उत्पीड़क अधिकारी के स्थानान्तरण होने तक विभिन्न प्रकार से रोष प्रकट/आन्दोलन/धरना प्रदर्शन / सांकेतिक कार्यबहिष्कार किया जायेगा एवं वन प्रशासन से अपील की जाती है कि उक्त अधिकारी का स्थानान्तरण करने की आवश्यक कार्यवाही अमल में ली जायी अन्यथा समस्त वन कर्मी जनपद चमोली उग्र आन्दोलन हेतु बाध्य होंगें एवं उक्त अधिकारी की भविष्य में तैनाती से जनपद-चमोली के अन्तर्गत कार्यरत किसी भी वन कार्मिकों का उत्पीड़न / उत्पीड़न का प्रयास नहीं किया जायेगा। अन्यथा की स्थिति में समस्त वन कर्मी जनपद-चमोली शासन प्रशासन के विरूद्ध भी आंदोलन करने हेतु बाध्य होगें, जिसकी पूर्ण जिम्मेदारी शासन / प्रशासन की होगी।