* हर वायदा पूरा होने से जनता में उत्साह का माहौल
* ऐतिहासिक फैसलों से राज्य विरोधी साजिशों पर लगा पूर्ण विराम
देहरादून। भाजपा ने धामी सरकार के 3 साल बेमिसाल को 27 के चुनावों में हैट्रिक की गारंटी बताया है। प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा, आज देवभूमि में उत्साह का माहौल है क्योंकि हमारी सरकार ने उनसे किए हर वायदे को पूरा किया है। अनेकों ऐतिहासिक फैसलों से जल, जंगल, जमीन, सांस्कृतिक पहचान और डेमोग्राफी पर हमलों की साजिशों पर पूर्ण विराम लगाया है।
वहीं विपक्ष से सहानुभूति जताते हुए उन्हें कहा कि उनका इन 3 सालों से निराश होना स्वाभाविक है क्योंकि अपने तमाम प्रपंचों के बाद भी जनता का विश्वास वे भाजपा से डिगाने में असफल हुए हैं।
उन्होंने मीडिया बातचीत में सभी सवा करोड़ से अधिक देवभूमिवासियों को उनकी ही सरकार के तीन वर्ष पूरे होने पर बधाई दी है। कहा, आज सभी मुख्यमंत्री श्री पुष्कर धामी के नेतृत्व वाली सरकार के परफॉर्मेंस से पूरी तरह संतुष्ट हैं। सरकार के वर्तमान कार्यकाल में राज्य ने जिन तमाम उपलब्धियों को हासिल करते हुए, विकास के नए आयामों को स्थापित किया है। उससे राज्यवासियों में न केवल विकसित राज्य बनने की उम्मीदें परवान चढ़ी हैं, वहीं देश में नजीर बनने वाले हमारे फैसलों ने उन्हें गौरवान्वित होने का अवसर भी दिया है।
उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को बधाई देते हुए कहा, भाजपा परिवार के लिए भी यह बेहद संतोष की बात है कि जनता की उम्मीदों और उनसे किए वायदों पर हमारी सरकार खरी उतरी है। इन तीन सालों में प्रदेशवासियों के सहयोग से हमने वो सब काम कर दिखाए हैं जिन्हें विपक्ष की किसी भी अन्य सरकार के लिए 3 दशक में भी पूरा करना असंभव था। और ये सब संभव हुआ है, पार्टी की सांस्कृतिक राष्ट्रवादी विचारधारा पर अमल से, जनभावनाओं को संवेदनशीलता एवं गंभीरता से महसूस करने से और पीएम मोदी के मार्गदर्शन में सीएम धामी की दृढ़ इच्छा शक्ति, बेजोड़ मेहनत और कुशल नेतृत्व से।
उन्होंने कहा, इन 3 वर्षों में सरकार की अनगिनत उपलब्धियों रही हैं जिन्होंने आम लोगों के जीवन में आमूलचूल परिवर्तन किया है। उसमें कुछ ऐतिहासिक, साहसिक और युग परिवर्तक फैसलों की बात करें तो यूसीसी से एक प्रदेश एक कानून वाला पहला राज्य बनने का गौरव हमे प्राप्त हुआ है। हमने प्रदेश की डेमोग्राफी और उसके देवभूमि स्वरूप को लेकर लोगों की चिंता का हरण किया सख्त धर्मांतरण एवं दंगारोधी कानून बनाकर और अवैध धार्मिक स्थलों एवं शिक्षण संस्थानों पर कार्यवाही करके। लैंड और लव जिहाद की देशव्यापी साजिशों पर हमने देवभूमि में पूर्ण विराम लगाने का काम किया है।
राज्य निर्माण के बाद से हमारे सीमित भू संसाधनों पर विशेषकर पर्वतीय क्षेत्रों में भू माफियाओं का अतिक्रमण गंभीर समस्या बनता जा रहा था। राज्य विरोधी नकारात्मक राजनैतिक शक्तियां हमेशा सशक्त भू कानून की जरूरत को नकारती और असंभव बताती रही। लेकिन सीएम धामी की दृढ़ इच्छा शक्ति और ईमानदार कोशिश ने राज्य की भूमि को भू कानून के दायरे में सुरक्षित करने का काम कर दिखाया है।
इसी तरह उत्तराखंड राज्य के निर्माण और विकास में मातृ शक्ति का योगदान किसी से छिपा नहीं था। लेकिन ये हमारी ही सरकार है जिसने सरकार नौकरियों में 30 और सहकारी समितियों में 33 फीसदी आरक्षण देकर उनके सशक्तिकरण का प्रयास किया है।
विकास, सामाजिक न्याय और राज्य की सुरक्षा हमारी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता रही है। यही वजह है कि वर्तमान सरकार का यह कालखंड विकास के पैमाने पर राज्य के लिए मील का पत्थर साबित हुए हैं। आज ऑल वेदर रोड समेत एन एच, स्टेट हाइवे और पीएमजीएसवाई जैसे कार्यक्रमों से राज्य में सड़कों का जाल बिछ गया है। पहाड़ पर रेल नेटवर्क अंतिम चरण में है, हवाई कनेक्टिविटी से सभी शहर जोड़े गए हैं, और अब तो रोपवे की तकनीक से भगवान और भक्त सभी दूरी कम करने पर काम हो रहा है। प्रति व्यक्ति आय कई गुना बढ़ी, नीति आयोग भी राज्य के विकास आंकड़ों पर मुहर लगा रहा है, 3.75 लाख करोड़ का निवेश हो रहा है, चार धाम यात्रा का आंकड़ा लाखों से करोड़ों की और तेजी से बढ़ रहा है, बारों महीने चार धाम यात्रा संभव हुई है।
जिन रोजगार के अवसरों की लड़ाई से उत्तराखंड का जन्म हुआ, उस समस्या पर भी हमने पार पा लिया है। कठोरतम नकल कानून की छत्रछाया में रिकॉर्ड 20 हजार से अधिक नौकरियां दी गई है। आयुष्मान योजना से आम लोगों के सेहत की चिंता सरकार कर रही है, हर घर नल से पानी और बिजली से रोशन हो रहा है। कोई भूखा न रहे इसकी चिंता फ्री राशन से हो रही है और कहीं कोई गड़बड़ी या कमी की शिकायत नहीं है। उन्होंने दावा किया कि धामी सरकार की इन तीन सालों की उपलब्धियां, 27 के विधानसभा चुनावों में हमारी हैट्रिक की गारंटी साबित होगी।
उन्होंने विपक्ष के आरोपों पर पलटवार किया कि धामी सरकार के शानदार 3 वर्षों में हम प्रदेश के आम आदमी के हालातों में आमूलचूल परिवर्तन करने में सफल हुए है और देवभूमि की सनातनी छवि पहले से अधिक भव्य और निर्णायक हुई है। लेकिन उस कांग्रेस पार्टी को यह सब दिखाई नहीं देने वाला है जो कभी भी राज्य निर्माण के पक्ष में नहीं थी। और जब राज्य की पहली निर्वाचित सरकार में काम का उन्हें अवसर मिला तो भी यहां भ्रष्टाचार, भूमाफियाओं और नकल माफियाओं की बेल लगाने का पाप किया। उसके बाद जब कभी सत्ता पर काबिज हुए तो कभी विशेष औद्योगिक पैकेज को बंद करवा कर विकास को बाधित किया, कभी सरकारी योजनाओं को अपनी काली कमाई का जरिया बनाया, कभी सरकार बचाने के लिए राज्य के संसाधनों को लूटने का लाइसेंस देते नजर आए।
उन्होंने सीधा आरोप लगाते हुए कहा कि लगातार दो बार जनता द्वारा नकारे जाने के बाद आज वे समाज को जाति, क्षेत्र और वर्गों में विभाजित करने के षड्यंत्र में जुटे हैं। वे इतने हताशा और बौखलाहट में हैं कि उन्हें जनता का उत्साह और सरकार की कोशिशें दिखाई नहीं देती हैं। इसलिए भाजपा सरकारों के सफल वर्षों में कोई सही मायने में सबसे अधिक निराशा में हैं तो वे सभी कांग्रेस पार्टी और उनके नेता हैं। क्योंकि जनता के साथ अपने कार्यकर्ताओं का भी वे विश्वास खो चुके हैं। उनके लाख प्रपंचों के बाद भी असफलता हाथ लगने से उनकी उम्मीदें टूटती जा रही हैं। लिहाजा जिस तरह कांग्रेस अपने नकारात्मक रवैए से विकास की रोशनी को भी अंधेरा बताने की असफल कोशिश कर रही है, वह उनके प्रदेश में शून्य की तरफ बढ़ने का संकेत है। जिस तरह हमारी सरकार के ये 3 बेमिसाल साल, राज्य के उज्जवल भविष्य का संकेत कर रहे हैं वो नकारात्मक राजनीति करने वालों के लिए निराशा भरे साबित होंगे।